राजकीय बीडीएम अस्पताल का मामला
बाइक से दुर्घटनाग्रस्त हुए थे दोनों युवक
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
कहने को तो कोटपूतली के राजकीय बीडीएम अस्पताल को जिला हॉस्पिटल बना दिया गया है और यहां विकास के बड़े-बड़े दावे भी किए जाते हैं, लेकिन अस्पताल में मरीजों को समुचित उपचार व्यवस्था तो दूर, बल्कि मरीजों व उनके परिजनों को बिजली-पानी तक नहीं मिलता। मंगलवार देर शाम को अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में दुर्घटनाग्रस्त होकर पहुंचे दो युवकों का उपचार मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में करते देख परिजनों व अन्य लोगों ने अच्छा-खासा हंगामा खड़ा कर दिया। हुआ यूं कि कोटपूतली के बड़ाबास मौहल्ला निवासी आदित्य पुत्र सुशील व रितिक पुत्र मनीष बानसूर रोड़ पर एक बाइक से दुर्घटनाग्रस्त हो गए। परिजनों सहित अन्य लोगों ने तुरंत उन्हें उपचार के लिए राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल पहुंचाया तो वहां लाइट ही नहीं थी। चिकित्सक व नर्सिंगकर्मियों ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में उनका उपचार शुरु किया। यह देख परिजन सहित अन्य लोग आक्रोशित हो गए और अच्छा-खासा हंगामा खड़ा कर दिया। लोगों ने अस्पताल प्रशासन को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए विकास के दावों पर खूब सवाल उठाए। चिकित्सकों ने समझाईस कर उन्हें शांत कराया। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रुप से जख्मी हुए आदित्य को जयपुर रैफर कर दिया गया। ज्ञात रहे कि अस्पताल में आए दिन बिजली-पानी की समस्या बनी रहती है।