फ्लाईओवर के नीचे रात डेढ़ बजे की घटना
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
कहा जाता है कि बच्चे पिता की छत्रछाया में सबसे अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन शराब की लत के आगे नशेड़ी बाप को न तो अपने बच्चों के भविष्य की चिंता होती है और न ही परिवार की। कोटपूतली में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर हर कोई ऐसे पिता को धिक्कारने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। मामले के अनुसार, शराब के नशे में धुत्त एक बाप ने अपनी एक साल की बेटी को घर से उठा लाया और कोटपूतली में फ्लाईओवर के नीचे आधी रात को खुद तो नशे की हालत में बेसुध पड़ा हुआ था और उसकी एक साल की मासूम बेटी जोर-जोर से बिलख रही थी। यह दृश्य जिसने भी देखा, उसकी रुह कांप गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मासूम बालिका को आसपास की महिलाओं के सुपुर्द करने के बाद नशे में धुत्त उसके पिता को उठाकर अस्पताल में भर्ती करवाया। बुधवार को सुबह होश आया तो उसने अपना नाम-पता पुलिस को बताया। जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से हैदराबाद के नेमपुर का रहने वाला रामनिवास समीप के केशवाना फैक्ट्री एरिया में अपने परिवार और सास-ससुर के साथ रहता है। वह शराब के नशे का आदी है और इसी कारण उसकी पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता है।
बुधवार रात को भी उसने खूब शराब पी और जब पत्नी ने विरोध किया तो वह उससे झगड़ा करके बिना बताए अपनी एक साल की बेटी को उठाकर कोटपूतली आ गया। यहां फ्लाईओवर के नीचे खुद तो शराब के नशे में डूबकर बेसुध होकर पसर गया, जबकि उसकी एक साल की मासूम बेटी रोती-बिलखती रही। रात करीब डेढ़ इसकी सूचना मिलते ही हैड कांस्टेबल मुरलीधर मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और मासूम की हालत देख सोच में पड़ गई। आखिरकार, पुलिस ने उसके पिता को उठाने की कोशिश की तो नशे के कारण उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था। इसी दौरान छठी की रात के एक कार्यक्रम से लौट रही कुछ महिलाएं वहां पहुंची तो पुलिस ने मासूम को उनके सुपुर्द करके उसके बाप को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
सुबह जब उसका नशा उतरा तो उसने पुलिस को अपना नाम-पता बताया। इस पर पुलिस टीम उसे और उसकी बेटी को लेकर केशवाना उसके घर पहुंची और वहां मासूम बालिका को उसकी मां के सुपुर्द किया। उधर, मासूम बेटी को गायब देख हर परिवार में कोई परेशान था। परिवार के लोग देर रात तक उसे ढूंढ़ते रहे। गनीमत रही कि रात को समय पर पुलिस को घटना की सूचना मिल गई, अन्यथा किसी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।