JAIPUR: मुख्यमंत्री से सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात- विकसित राजस्थान-2047 के लक्ष्य में सिंगापुर महत्वपूर्ण साझेदार इस यात्रा से राजस्थान एवं सिंगापुर के संबंधों को मिलेगी मजबूती

JAIPUR: मुख्यमंत्री से सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात- विकसित राजस्थान-2047 के लक्ष्य में सिंगापुर महत्वपूर्ण साझेदार इस यात्रा से राजस्थान एवं सिंगापुर के संबंधों को मिलेगी मजबूती

जयपुर/सच पत्रिका न्यूज
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य राजस्थान को अगले 5 वर्षों में 180 बिलियन से दोगुना करके 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत-2047 के विजन के अनुसार हम भी विकसित राजस्थान-2047 के लिए काम कर रहे हैं और सिंगापुर इसमें हमारा बहुत महत्वपूर्ण साझेदार बन सकता है। शर्मा बुधवार को सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सिंगापुर से आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान की ‘अतिथि देवो भवः’ की संस्कृति रही है तथा राजस्थान अपने अद्वितीय संस्कृति और विरासत के लिए दुनियाभर में मशहूर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का सिंगापुर बहुत महत्वपूर्ण भागीदार है तथा सिंगापुर ने अपने आर्थिक मॉडल से विश्व को प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में स्वास्थ्य, जल संचय, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में  अभूतपूर्व काम हो रहा है। राज्य के लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए हमनें कुल बजट का 8.26 फीसदी बजट स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया है। वहीं, कैच द रैन तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन 2.0 के माध्यम से राज्य में जल संचय को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वी राजस्थान में पेयजल एवं सिंचाई के लिए हमने ईआरसीपी का ऐतिहासिक एमओयू किया है। साथ ही, इसे धरातल पर उतारने का काम भी शुरू हो चुका है।

राजस्थान में विश्वभर से निवेश के लिए राइजिंग राजस्थान एक बड़ा मंच

 शर्मा ने कहा कि राज्य में विश्वभर से निवेश के नए अवसरों को खोलने के लिए हम आगामी 9 से 11 दिसम्बर को राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन करने जा रहे हैं। इस समिट के तहत अब तक 20 लाख करोड़ रूपए के एमओयू हो चुके हैं। श्री शर्मा ने इस ऐतिहासिक आयोजन में सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल को भी आने का न्यौता दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सिंगापुर डेलिगेशन की यह यात्रा न केवल राजस्थान और सिंगापुर के संबंधों को मजबूत बनाएगी बल्कि राजस्थान के विकास और वैश्विक संपर्क में नई संभावनाएं भी खोलेगी। इस दौरान राज्य की आर्थिक स्थिति, जल संचय, चिकित्सा एवं राइजिंग समिट से जुड़े कार्यक्रमों, नवाचारों तथा योजनाओं की जानकारी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी गई। अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री अखिल अरोरा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि राजस्थान में नवीनकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, कृषि सहित विभिन्न क्षेंत्रों में अपार संभावनाएं हैं तथा राजस्थान की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा युवा हैं। ऐसेे में, राजस्थान विकास की दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रहा है। अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राजस्थान में चल रहे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0, इंटर लिंकिंग रिवर तथा ग्राउण्ड वॉटर रिर्चाज के बारे में जानकारी दी। इस दौरान प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती गायत्री ए. राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के माध्यम से राज्य की लगभग 88 प्रतिशत जनसंख्या को निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा कवरेज दिया जा रहा है। आयुक्त उद्योग श्री रोहित गुप्ता ने बताया कि राजस्थान देश में रिन्यूबल एनर्जी, जेम्स एंड ज्वैलरी, टैक्सटाईल, माइन्स तथा पैट्रोकेमिकल्स में अग्रणी राज्य हैं। उन्होंने राइजिंग राजस्थान की रूप रेखा भी बैठक में रखी।

राजस्थान संभावनाओं का प्रदेश, विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा बेहतरीन काम

बैठक में सिंगापुर से आए प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे कार्यों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि राजस्थान अपार संभावनाओं का प्रदेश है तथा स्वास्थ्य, कौशल विकास, ऊर्जा के क्षेत्र में यहां बेहतरीन काम हो रहा है। हमारी इस यात्रा से राजस्थान और सिंगापुर के संबंधों को एक नई दिशा मिलेगी। बैठक में सिंगापुर के डिजिटल विकास और सूचना मंत्रालय वरिष्ठ राज्य मंत्री श्री जेनिल पुथुचेरी, प्रधानमंत्री कार्यालय से वरिष्ठ राज्यमंत्री श्री डेसमंड टैन कोक मेंग, शिक्षा और जनशक्ति राज्य मंत्री श्री गेन सियो हुआंग, शिक्षा और वित्त मंत्रालय से वरिष्ठ संसदीय सचिव श्री शॉन हुआंग एवं संसद सदस्य श्री जी याओ क्वान, सुश्री राचेल ऑग एवं श्री सक्तियादी सुपाट शामिल थे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री  दिया कुमारी, डॉ. प्रेम चंद बैरवा, उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, चिकित्सा मंत्री  गजेन्द्र सिंह खींवसर, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, जल संसाधन मंत्री  सुरेश सिंह रावत, मुख्य सचिव  सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय  शिखर अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
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