KOTPUTLI-BEHROR: कड़ी सुरक्षा के बीच 90.93 फीसदी ने दी परीक्षा

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कोटपूतली-बहरोड़ जिले में रीट परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न

1224 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित, गेट बंद होते ही मायूस लौटे लेट आने वाले अभ्यर्थी

कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) दूसरे दिन जिले में पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित माहौल में संपन्न हुई। प्रशासन और पुलिस के चुस्त इंतजामों की वजह से कहीं भी कोई अनियमितता सामने नहीं आई। परीक्षार्थियों की कड़ी निगरानी की गई, जिससे परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी रही। चुस्त प्रशासनिक प्रबंधन और कड़ी निगरानी के चलते जिले में रीट परीक्षा का आयोजन बिना किसी बाधा के पूरा हुआ। सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजामों के कारण यह परीक्षा ऐतिहासिक रुप से अनुशासित और पारदर्शी मानी जा रही है। दूसरे दिन भी कई परीक्षार्थी देरी से पहुंचे और परीक्षा देने से वंचित रह गए। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए ठीक सुबह 9 बजे परीक्षा केंद्रों के गेट बंद कर दिए, जिसके बाद देर से आने वाले परीक्षार्थी गेट पर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली। सख्त नियमों के चलते इन अभ्यर्थियों को मायूस होकर लौटना पड़ा।

सडक़ों पर जाम, पुलिस के छूटे पसीने

परीक्षा समाप्त होते ही कोटपूतली की सडक़ों पर परीक्षार्थियों का सैलाब उमड़ पड़ा, जिससे डाबला रोड, बानसूर रोड और हाईवे की सर्विस लेन पर जबरदस्त जाम लग गया। ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीएसपी राजेंद्र कुमार बुरडक और थानाधिकारी राजेश शर्मा अपनी टीम के साथ सडक़ों पर तैनात रहे, लेकिन हजारों की भीड़ के कारण जाम खुलवाने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। राजकीय एलबीएस कॉलेज और राजकीय बीडीएम अस्पताल के सामने तथा क्रय-विक्रय सहकारी समिति के पास गलत दिशा वाहनों के आवागमन के कारण जाम की समस्या और विकराल हो गई। ट्रैफिक भार अधिक होने के कारण जाम खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट गए।

फ्लाइंग स्क्वायड की पैनी नजर

कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, एसपी राजन दुष्यंत और एडीएम ओमप्रकाश सहारण पूरे समय परीक्षा केंद्रों की निगरानी में जुटे रहे। परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया गया था, जिसने सेंटरों का लगातार निरीक्षण किया। प्रशासन द्वारा सख्ती बरतने से किसी भी तरह की गड़बड़ी या नकल की कोई घटना सामने नहीं आई।

प्रशासन ने ली राहत की सांस

जिले में कुल 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां 13496 अभ्यर्थियों में से 12272 ने परीक्षा दी, जबकि 1224 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा समन्वयक एडीएम ओमप्रकाश सहारण ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हुई। उन्होंने इसके लिए सभी अधिकारियों-कर्मचारियों और सहयोगियों का आभार जताया है तो वहीं पुलिस और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।

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