KOTPUTLI-BEHROR: पेट्रोल पंप हड़पने का प्रयास, धोखाधड़ी व जालसाजी कर ब्लैकमेल करने का आरोप, पीडि़त ने पनियाला थाने में दर्ज कराया मुकदमा

KOTPUTLI-BEHROR: पेट्रोल पंप हड़पने का प्रयास, धोखाधड़ी व जालसाजी कर ब्लैकमेल करने का आरोप, पीडि़त ने पनियाला थाने में दर्ज कराया मुकदमा

कोटपूतली के सांगटेड़ा गांव में स्थित है पेट्रोल पंप

कारगिल युद्ध में शहीदी के बाद परिवार को आवंटित हुआ था पेट्रोल पंप

कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
कुछ लोगों द्वारा कोटपूतली के सांगटेड़ा ग्राम स्थित एक पेट्रोल पंप को धोखाधड़ी पूर्वक जालसाजी कर हड़पने और पेट्रोल पंप मालिक को ब्लैकमेल किए जाने का मामला सामने आया है। प्रकरण में पीडि़त ने पनियाला थाने में आरोपियों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। उक्त पेट्रोल पंप कारगिल युद्ध में सेना के जवान कृष्ण कुमार यादव के शहीद हो जाने के बाद वर्ष 2004 में उसके परिवार को आवंटित किया गया था। पुलिस के मुताबिक, मामले में शहीद के बेटे दिनेश कुमार यादव निवासी सातडिय़ा, थाना सिंघाना झुंझनू ने मुकदमा दर्ज कराया है कि पिता की शहीदी के बाद हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से उसकी मां सतारा देवी के नाम पेट्रोल पंप आवंटित हुआ था। फिर मां के निधन के बाद वर्ष 2017 में अमर शहीद कुष्ण कुमार यादव फीलिंग स्टेशन मेरे नाम ट्रांसफर हो गया था। पीडि़त के अनुसार, वह एक अध्ययनरत विद्यार्थी है। वर्ष 2022 में राजीव शर्मा निवासी थनवास तहसील नांगल चौधरी, हरियाणा व उसके जीजा दीपक शर्मा ने मुझसे व मेरे चाचा सुरेश यादव से धीरे धीरे व्यवहारिक सम्बन्ध स्थापित कर कहा कि वे पेट्रोल के कार्य को बढ़ाने एवं संचालन हेतु मेरा सहयोग करना चाहते हैं और उन्हें पेट्रोल पंप के बारे में अच्छा अनुभव है। दिनेश उनके विश्वास में आ गया। राजीव व दीपक ने कहा कि उक्त पेट्रोल पम्प हेतु कार्य करने बाबत एक लीज डीड नुमाईशी रूप से वह उनके हक में निष्पादित कर दे, ताकि पेट्रोल पम्प के सम्बन्ध मे कार्य किए जाने बाबत उन पर लोगों व कर्मचारियों का विश्वास रहे। आरोप है कि राजीव शर्मा ने विश्वास में लेकर अपने नाम से एक किरायानाम बिना पढ़ाए निष्पादित करवा लिया। कुछ समय तक तो सही प्रकार से कार्य किया गया और बैंक खातों से होने वाले हर प्रकार के ट्रांजेक्शन की सूचना मिलती रही, लेकिन बाद में मेरे मोबाईल पर पेट्रोल पम्प के बैंक खाते की जानकारी आना बंद हो गया। शिकायत पर उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो मैंने जानकारी जुटाई। इसमें पता चला कि राजीव ने खाते के लिए अधिकृत उसके मोबाइल नंबर को अपने नाम करा लिया। पेट्रोल पम्प के बैंक खाते का स्टेटमेंट देखा तो कई सारे ऑनलाइन ट्रांजक्शन्स किए गए थे। राजीव व दीपक ने बैंक खाते की पूरी राशि ऑनलाईन ट्राजेक्शन के मार्फत निकलवा लिया था। पेट्रोल पंप से बैंक बुक, कुछ खाली हस्ताक्षरित चेक, लेटर हेड, मोहर व अन्य सामान गायब था। मेरे नाम से बैंक ऑफ इंडिया को एक सेविंग अकाउन्ट खुलवाकर दोनों लेनदेन करते रहे तथा डेबिट कार्ड भी स्वयं के पास रखकर ट्रांजेक्शन किए। आरोप यह भी है कि इसकी शिकायत की गई तो दोनों लोगों ने उसे धमकी देते हुए पेट्रोल पंप को उसके नाम कर देने का दबाव बनाया और अब ब्लैकमेल कर रहे हैं। पीडि़त का आरोप है कि राजीव व दीपक द्वारा आपस में मिलकर एक पूर्वनियोजित आपराधिक षड्यंत्र के तहत उसके पेट्रोल पम्प को हड़पने के कुत्सित आशय से मेरे साथ नुमाईशी लीज डीड निष्पादित कर पेट्रोल पम्प के बैंक खातों में स्वयं पैसा डालकर बैंक वालों के साथ मिलीभगत कर स्वयं के द्वारा निकाल लिया गया। मामले में पुलिस का कहना है कि प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर छानबीन प्रारंभ कर दी गई है।

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