मृतक ख्यालीराम के साथ की थी गंभीर मारपीट, विरोधी को फंसाने के लिए उसके विरुद्ध दर्ज करवाया था हत्या का मुकदमा
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
समीप के सरुंड गांव में करीब एक सप्ताह पहले हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मारपीट में गंभीर रुप से चोटें आने के बाद युवक ख्यालीराम पुत्र रामचंद्र मीणा की मौत हो गई थी। इस वारदात को किसी दूसरे व्यक्तियों ने नहीं, बल्कि मृतक के भाई रोहिताश ने ही अंजाम दिया था और अपने विरोध कृष्ण यादव को फंसाने के लिए अपने ही भाई उदयसिंह से उसके खिलाफ पुलिस थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस ने आरोपी रोहिताश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।
फंसाने के लिए भाई को किया पथभ्रष्ट
कोटपूतली-बहरोड़ एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि मामले में मृतक ख्यालीराम के भाई उदयसिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। उदयसिंह ने कहा था कि उसके भाई रोहिताश ने उसे बताया कि मैं और ख्यालीराम माधोदास की बगीची के ग्राउंड से घर आ रहे थे, तभी कृष्ण यादव निवासी कांसली ने अपने अन्य दो साथियों के साथ पूर्व में दर्ज एक मुकदमे में राजीनामा करने का दबाव डालते हमारे साथ मारपीट की। मैं तो बचकर भाग निकला, किन्तु ख्यालीराम के साथ उन्होंने लात-घूंसों, डडों व लोहे की राड से मारपीट घायल कर दिया है। इसके बाद उदयसिंह अपने भाई रोहिताश के साथ मौके पर पहुंचा तो ख्यालीराम लहुलुहान हालत में पड़ा मिला। शहर के निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जयपुर रैफर कर दिया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी कृष्ण व अन्य लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। एसपी राजन दुष्यंत के आदेश के बाद एएसपी वैभव शर्मा के सुपरविजन में डीएसपी राजेन्द्र कुमार बुरडक ने खुद इस मामले को अपने हाथ में लेकर छानबीन शुरु कर दी।
शुरुआती जांच में ही हो गया शक
डीएसपी राजेन्द्र कुमार बुरडक ने बताया कि वारदात की शुरुआती छानबीन में ही घटनाक्रम को लेकर संदेह होने लगा। डीएसपी और थानाधिकारी मौहम्मद इमरान की टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो खुद पुलिस ही चौंक गई। फुटेज में सामने आया कि ख्यालीराम के साथ कृष्ण कुमार यादव व उसके साथियों ने नहीं, बल्कि खुद उसके भाई रोहिताश मीणा ने ही उससे मारपीट की थी। इसके अलावा पुलिस ने गोपनीय जानकारी और चश्मदीद गवाहों से भी पूछताछ की। घटना के वक्त रिपोर्ट में नामजद आरोपी कृष्ण कुमार घटना स्थल पर नहीं, बल्कि प्रागपुरा क्षेत्र के बेरी गांव में इलाके में मौजूद था। इसके बाद पुलिस ने अब रोहिताश मीणा को दबोचकर उससे गहन पूछताछ की तो उसने सबकुछ कबूल कर लिया। उसने अपने भाई ख्यालीराम के पेट में गहरी चोट मारी थी।
आरोपी ने इसलिए रची साजिश
एएसपी वैभव शर्मा ने बताया कि मुलजिम रोहिताश मीणा के साथ 27 अक्टूबर को कृष्ण कुमार यादव ने सरुंड गांव के कोरबी कंपनी के पास में मारपीट कर दी थी। जिसमें उसके भाई उदयसिंह ने कृष्ण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना की रंजिश के कारण आरोपी रोहिताश ने कृष्ण कुमार को हत्या के मामले में फंसाने के लिए ख्यालीराम की मौत हो जाने के बाद साजिश रचते हुए उसने अपने भाई उदयसिंह के हाथों कृष्ण कुमार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था, लेकिन पुलिस की जांच में उनकी पोल खुल गई। एसपी ने बताया कि आरोपी से हत्या के कारणों के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीम में हैड कांस्टेबल शंकरलाल, अरुण कुमार, मनोज कुमार, मनोज कुमार, दयाराम, लोकेश कुमार शामिल थे। वारदात के खुलासे में सरुंड थाने के कांस्टेबल जगतसिंह व डीएसपी कार्यालय के कांस्टेबल महेश कुमार की विशेष भूमिका रही।
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