नियमों की अनदेखी और अधिक कमाई की होड़ बना रही दुर्घटनाओं की वजह
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
सडक़ों पर जानलेवा ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का संचालन प्रशासनिक सख्ती के बावजूद थमने का नाम नहीं ले रहा। खासतौर पर तूड़े (भूसे) से भरे ये वाहन न केवल आमजन के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं, बल्कि सडक़ दुर्घटनाओं में भी इनकी बड़ी भूमिका सामने आ रही है। तूड़े से भरे ये ट्रैक्टर-ट्रॉलियां क्षमता से कहीं अधिक लोड लेकर जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे व शहर की सडक़ों पर दौड़ रही हैं, जिससे इनका संतुलन बिगड़ता है और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, कई ट्रैक्टर ऐसे भी हैं, जिन्हें नाबालिग चालक दौड़ाते नजर आते हैं, जो न केवल कानूनन गलत है, बल्कि यात्रियों व राहगीरों की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है। मंगलवार को भी बानसूर मोड़ पर एक ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली के चलते करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन सिर्फ तय वजन तक ही लोडिंग सुनिश्चित करे और नाबालिग चालकों के खिलाफ कार्रवाई करे तो सडक़ों पर दुर्घटनाओं की संख्या में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है। प्रशासन द्वारा जागरुकता अभियान और सख्त निर्देशों के बावजूद कोटपूतली क्षेत्र में इस तरह के वाहनों पर रोक नहीं लगना चिंता का विषय बनता जा रहा है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो यह लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।