कई माह से हो रही थी स्पार्किंग, नहीं हुई सुनवाई
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
बिजली निगम की कथित लापरवाही के कारण एक परिवार के लिए रविवार सुबह का वक्त तबाही बनकर आया। समीप के दादुका ग्राम निवासी महेन्द्र कुमार पुत्र रामकुंवार सिंह गुर्जर ने मामले में कोटपूतली थाने पुलिस में एक शिकायत पेश की है। परिवादी के अनुसार, उनकी बोरिंग की थ्री फेस डीपी के तारों में महीनों से स्पार्किंग हो रही थी, जिससे तार कमजोर हो गए थे। इसके बावजूद, उन्होंने कई बार बिजली निगम को लिखित और मौखिक रूप से सूचित किया, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। रविवार सुबह लगभग 9 बजे फिर से डीपी में स्पार्किंग होने लगी, जिसके बाद महेन्द्र ने चौकी पावर हाउस को करीब 20 बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठाया गया। इसके बाद उन्होंने एईएन को भी फोन किया, लेकिन वहां से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस दौरान डीपी में आग लग गई और करंट से मकान के पास हो रही तारबंदी में भी करंट आ गया। आखिरकार, महेन्द्र ने लाइनमैन को फोन किया तो उन्होंने पावर हाउस के कर्मचारी बलराम चौधरी को संपर्क करके लाइन कटवाने का प्रयास किया, लेकिन आरोप है कि बलराम ने बिना लाइनमैन से पूछे और बिना किसी सुरक्षा के लाइन को दोबारा चालू कर दिया, जिससे करंट फिर से आ गया और तारबंदी के पास बंधी दो भैंसों की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई।
महिलाएं-बच्चे बाल-बाल बचे
हादसे के दौरान कुछ महिलाएं और बच्चे तारबंदी के पास काम कर रहे थे, वे तुरंत भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया जाता तो यह हादसा और भी भयानक रुप ले सकता था। महेन्द्र कुमार ने बिजली निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले का जायजा लिया। पुलिस का कहना है कि घटना की जांच शुरु कर दी गई है।
Share :