एडीएम ने दिए जांच के आदेश, जांच के लिए मौके पर पहुंचे एसडीएम
राजकीय आईटीआई कॉलेज का मामला
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
शहर के राजकीय औद्योगिक संस्थान में सहायक निदेशक द्वारा अनुशासन के दृष्टि से लगाई गई पाबंदियों पर कुछ शिक्षकों समेत काफी संख्या में विद्यार्थी विरोध पर उतर गए। छात्र नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां धरना-प्रदर्शन कर एडीएम ओमप्रकाश सहारण को ज्ञापन सौंपा। छात्रों की शिकायतों पर जांच के लिए एसडीएम बृजेश चौधरी ने कॉलेज पहुंचकर कॉलेज स्टाफ से लेकर बच्चों और सहायक निदेशक से बातचीत की। विद्यार्थियों का आरोप था कि सहायक निदेशक कुंतल सैनी द्वारा गलत व्यवहार किया जाता है। सुबह के समय थोड़ा सा भी लेट होते ही गैरहाजिरी लगा दी जाती है। इसके अलावा कॉलेज का स्टाफ भी सहायक निदेशक द्वारा लगाई गई विभिन्न प्रकार की पाबंदियों को लेकर खफा है। छात्रों ने बिना किसी उचित कारण के लगभग दो दर्जन विद्यार्थियों को 10 दिन के लिए संस्थान से निष्कासित कर देने का आरोप भी लगाया है। छात्रों ने कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया। सूचना पर पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरुप कसाना भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्रों की समस्याएं सुनकर उनकी मांगों का समर्थन किया और मामले में निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की। इत्तला पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने समझाईस करते हुए छात्रों को एडीएम से मिलवाया। एडीएम ने छात्रों की बातें सुनी और शिकायतों की जांच के लिए तुरंत प्रभाव से एसडीएम बृजेश चौधरी को मौके पर भेजा।
कॉलेज में आपसी खींचतान का माहौल
सूत्रों की मानें तो आईटीआई कॉलेज में स्टाफ के बीच आपसी खींचतान का दौर चल रहा है और इसी कारण व्यवस्थाएं भंग होने की संभावनाएं बनी रहती हैं। बताया जाता है कि सहायक निदेशक कुंतल सैनी ने स्टाफ के लिए एक व्हाट्सअप ग्रुप बना रखा है और सभी स्टाफ सदस्यों को पाबंद किया गया है कि वे कॉलेज में आने-जाने से लेकर क्लास अटैंड करते समय और बच्चों की उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए उनकी फोटो खींच कर ग्रुप में डाला जाए। लेटलतीफी बरतने वाले स्टाफ सदस्यों और बच्चों की गैरहाजिरी लगा दी जाती है। इसके अलावा इन दिनों वैकेंसी निकालने का मुद्दा गहरा चुका है।
एडीएम को सौंपी प्राथमिक जांच रिपोर्ट
निर्देश मिलते ही एसडीएम बृजेश चौधरी आईटीआई कॉलेज पहुंचे और उन्होंने छात्रों से लेकर स्टाफ के सदस्यों और सहायक निदेशक की बातें सुनी। प्राथमिक जांच के बाद एसडीएम ने पूरी रिपोर्ट एडीएम ओमप्रकाश सहारण को सौंपी। बताया जाता है कि अब एडीएम द्वारा इस संबंध में एक जांच कमेटी का गठन किया जाएगा और पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा। मामले में सहायक निदेशक कुंतल सैनी का कहना है कि छात्रों और स्टाफ के सदस्यों द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। अनुशासन बनाए रखने के लिए सीसी कैमरों से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जायेंगी। बाकी हर प्रकार की जांच में सहयोग के लिए मैं तैयार हूं।