KOTPUTLI: कोटपूतली में भाजपा ने की जातीय समीकरण साधने की कोशिश, भाजपा नेता हंसराज पटेल पर खेला दांव

KOTPUTLI: कोटपूतली में भाजपा ने की जातीय समीकरण साधने की कोशिश, भाजपा नेता हंसराज पटेल पर खेला दांव

गुर्जर समाज के नेता हंसराज पटेल को मिला भाजपा का टिकट
समीकरण बदले, टिकट की घोषणा होते ही समर्थकों में दौड़ी खुशी की लहर

आनंद पंडित (स्वतंत्र पत्रकार)
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनावों का ऐलान किए जाने के कुछ घंटे बाद ही राजस्थान में भाजपा ने भी अपने 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इनमें सांसदों सहित अनेक दिग्गजों के नामों का ऐलान कर उन्हें विधानसभा चुनाव मैदान में उतार दिया गया है। पहली सूची में कोटपूतली का भी नाम है। भाजपा द्वारा कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र के लिए की गई प्रत्याशी की घोषणा से स्पष्ट हो गया है कि टिकट का वितरण जातिगत आधार पर हुआ है, जबकि पिछली बार भाजपा ने जातीय समीकरण को पीछे छोड़ दिया था। क्षेत्र में गुर्जर समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है और संभवतया इसी को आधार मानते हुए भाजपा ने वरिष्ठ नेता हंसराज पटेल पर दांव खेला है। पिछले अर्थात वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सर्वण जाति के भाजपा नेता मुकेश गोयल को अपना प्रत्याशी बनाया था। भाजपा अबकी बार प्रदेश में टिकटों की पहली सूची जारी करने में आगे रही है। अब संभावना है कि सत्तारुढ़ कांग्रेस भी जल्द ही अपनी पहली सूची जारी कर देगी और उसमें कोटपूतली का नाम रहने की प्रबल संभावना है। क्षेत्र में मौजूदा विधायक व सरकार में गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव को कांग्रेस का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

भाजपा नेता हंसराज पटेल की पृष्ठभूमि

टिकट के प्रमुख दावेदारों में शामिल भाजपा नेता हंसराज पटेल के नाम की घोषणा होते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके कार्यालय पर भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। राजनीतिक सक्रियता देखें तो हंसराज पटेल ने वर्ष 2003 में विधानसभा चुनाव लडक़र 32901 मत प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने 2013 में निर्दलीय के रुप में चुनाव लडक़र 15878 मत प्राप्त किए थे और उसके बाद पटेल ने भाजपा का दामन थाम लिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समक्ष उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। वर्तमान चुनाव में टिकटों की दौड़ में लगे हुए थे। प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद पटेल ने विश्वास जताने पर भाजपा आलाकमान सहित प्रदेश के नेताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमें नहीं, बल्कि यह टिकट 36 कौम को दिया है। उन्होंने दावा किया कि इस बार कोटपूतली क्षेत्र से भाजपा की प्रचंड जीत होगी।

अब आगे क्या होगा?

भाजपा ने अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है और संभावना है कि कांग्रेस भी जल्द ही अपने प्रत्याशी की घोषणा कर देगी। इसके बाद देखा जाएगा कि निर्दलीय की हैसियत से कितने और कौन-कौन प्रत्याशी मैदान में आएगा। निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या और उनकी मजबूती का आंकलन किए जाने के बाद ही मतदाता समीकरण पर कुछ कयास लगा सकेंगे, लेकिन राजनीतिक जानकार कहते हैं कि कांग्रेस से राजेन्द्र सिंह यादव के नाम का ऐलान हो जाता है तो इस बार दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के बीच जोरदार मुकाबला होने की संभावना प्रबल हो जाएगी। कोटपूतली विधानसभा गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में शामिल है और भाजपा के टिकट के लिए गुर्जर समाज से दावेदारों की लम्बी कतार भी थी और भाजपा ने हंसराज पटेल पर दांव लगा दिया है।

अन्य दावेदारों में छाई निराशा

भाजपा के टिकट के लिए कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र से दावेदारों की लंबी कतार थी। विशेषकर गुर्जर समाज से अनेक प्रत्याशी दावेदारी कर रहे थे। गत 2018 के चुनाव के दौरान अंतिम समय में मुकेश गोयल और हंसराज पटेल के बीच कश्मकश होती रही। आखिरकार, भाजपा ने मुकेश गोयल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। घोषणा के बाद पटेल के समर्थकों में मायूसी छा गई थी। इधर, अब एक बार फिर भाजपा के अन्य दावेदारों में निराशा छाई हुई है। जानकारों की मानें तो दावेदारों में कुछ प्रमुख चेहरे ऐसे हैं, जो निर्दलीय की हैसियत से चुनाव मैदान में ताल ठोक सकते हैं।

Share :

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *