सभा के बाद निकाली रैली, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
राजस्थान पटवार संघ के प्रदेशव्यापी आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कोटपूतली जिला कलेक्ट्रेट पर पटवारियों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। पटवारियों ने नगर परिषद पार्क से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली भी निकाली। इस दौरान पटवारियों ने कलेक्ट्रेट के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पटवार संघ के जिलाध्यक्ष लेखराज गुर्जर तथा महामंत्री शिवराज सिंह शेखावत ने बताया कि प्रदेश भर के पटवारी अपनी लंबित मांगों को लेकर 13 जनवरी से कार्य बहिष्कार कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। सरकार पूर्व में किए गए समझौते को अभी तक लागू नहीं कर रही, जिसके चलते प्रदेश के पटवारियों में आक्रोश व्याप्त है। पटवारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक पटवारियों की पेन डाउन हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते सरकार मांग नहीं मानती है तो जयपुर में बड़ा आंदोलन कर आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी और चक्का जाम भी किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस दौरान पटवारी जितेंद्र सिंह, महेश स्वामी, लक्ष्मण सिंह, राजेश कसाना, राजाराम रावत, रामपत, शशि यादव, ख्यालीराम, हवासिंह मीणा, विकास कुमार, सतपाल यादव, हाकिम सिंह, रणबीर सिंह, राजेन्द्र यादव समेत बड़ी संख्या में पटवारी व कानूनगो मौजूद रहे।
इन मांगों को लेकर आंदोलन
पटवारियों की प्रमुख मांगों में 1035 पटवार मंडलों की वित्तीय स्वीकृति, 752 नए भू-अभिलेख निरीक्षक पदों की मंजूरी और लंबित रिव्यू तथा डीपीसी का निस्तारण शामिल हैं। साथ ही गिरदावरी एप में अपेक्षित आवश्यक संशोधन करवाया जाए, ताकि गिरदावरी कार्य पटवारी द्वारा ही किया जाना संभव हो सके। उन्होंने नायब तहसीलदार से तहसीलदार में पदोन्नति कोटा बढ़ाने, कार्यालय संसाधन और फर्नीचर की व्यवस्था तथा हार्ड ड्यूटी स्टेशनरी भत्तों में वृद्धि की मांग भी की है। इधर, पटवारियों की हड़ताल के कारण कई महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इनमें नामांतरण, जाति प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, भूमि विभाजन, राजस्व वसूली, कृषि गणना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे आवश्यक कार्य शामिल हैं।
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