आरएएस प्री परीक्षा: ठीक 10 बजे सभी सभी केन्द्र पर बंद कर दी एंट्री
देरी के कारण सैंकड़ों अभ्यर्थियों के अरमानों पर फिरा पानी
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज।
राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा 2023 रविवार को ठीक 11 बजे प्रारंभ हो गई है। दोपहर 2 बजे तक चलने वाली इस परीक्षा को लेकर अबकी बार पुलिस व प्रशासन की ओर से विशेष सतर्कता बरती जा रही है। केन्द्राधीक्षकों की ओर से केन्द्रों पर ठीक 10 बजे अभ्यर्थियों की एंट्री बंद कर दी गई थी। कोटपूतली-बहरोड़ जिले के 36 केन्द्रों पर परीक्षाएं हो रही है। कोटपूतली के अनेक परीक्षा केन्द्रों पर 10 बजे बाद अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगा रहा, किन्तु समय सीमा समाप्त हो जाने के कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। राजकीय एलबीएस पीजी कॉलेज के मुख्य द्वार स्वयं एएसपी विद्या प्रकाश तैनात रहे और 10 बजते ही गेट को बंद कर दिया गया। ठीक 10 बजकर 1 मिनट पर पहुंचे अभ्यर्थी विजेन्द्र निवासी धंवाली ने खूब मिन्नतें की, लेकिन समय का हवाला देते हुए उसे प्रवेश नहीं दिया गया। विजेन्द्र का कहना था कि वह समय पर पहुंच गया था, लेकिन एंट्री नहीं दी। इसके तुरंत बाद पहुंची एक युवती को जब मना कर दिया तो उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े। अगले तीन मिनट के अंदर केन्द्र पर करीब 18 परीक्षार्थी पहुंच गए, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं मिली। इसी प्रकार लगभग सभी परीक्षा केन्द्रों पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी 10 बजे के बाद पहुंचे। प्रवेश नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों ने गहरा रोष भी प्रकट किया। कुछ जगह अभ्यर्थी पुलिसकर्मियों से बहस करते दिखे, लेकिन पुलिस नियमों का हवाला देते हुए उन्हें दूर करती रही। इधर, अल सुबह से ही एएसपी विद्या प्रकाश सहित एएसपी जगराम मीणा, डीएसपी मदनलाल जैफ, डीएसपी तेज कुमार पाठक, सीआई राजेश कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी मय जाब्ते के परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण करते रहे।
आधा दर्जन सतर्कता दल गठित
परीक्षा के सफल संचालन हेतु 6 सतर्कता दल गठित किए गए हैं। प्रत्येक दल में तीन-तीन सदस्य शामिल हैं। जिले में कुल 14 उप समन्वयक नियुक्त किए गए हैं। एडीएम रविंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि 36 परीक्षा केंद्रों पर कुल 13 हजार 921 परीक्षार्थी शामिल थे, जिनमें काफी संख्या में परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जिला स्तर पर एडीएम कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर दो-दो वीडियोग्राफर लगाए गए हैं। परीक्षार्थी के केंद्र पर प्रवेश से पहले उसकी एचएचएमडी मशीन से फ्रिस्किंग की गई तो वहीं परीक्षार्थियों की बाकायदा गहन जांच के बाद अंदर एंट्री गई। अंदर किसी भी कर्मचारी और परीक्षार्थी के पास मोबाइल अथवा अन्य किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पाबंदी थी। यहां तक चुन्नी, जूते तक भी उतरवा दिए गए।
10 करोड़ तक जुर्माने का प्रावधान
एडीएम शर्मा ने बताया कि किसी भी परीक्षार्थी के पास अनुचित सामग्री पाए जाने पर उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अधिनियम 2022 के तहत कार्यवाही की जाएगी, जिसमें 5 से 10 वर्ष का कारावास तथा 10 लाख से 10 करोड़ रुपए के जुर्माने की सजा का प्रावधान किया। साथ ही आयोग द्वारा परीक्षाओं से विवर्जन (डिबार्मेंट) की कार्यवाही भी की जाएगी।
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