जिले से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अवसर ध्यान में रख तय हों कार्यक्रम
अभियान की तरह क्रियान्वित किया जाए ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम
प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारिता
जयपुर/सच पत्रिका न्यूज
सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां मंजू राजपाल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के उपलक्ष्य में वर्ष पर्यंत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से जनमानस में सहकारिता विभाग और सहकारी संस्थाओं की अच्छी छवि का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा की जा रही कवायद का लाभ किसानों, सहकारी संस्थाओं के सदस्यों और सहकारी संस्थाओं तक बेहतर रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाए। राजपाल शुक्रवार को नेहरू सहकार भवन में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष, ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम एवं ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले शिविरों के सम्बन्ध में आमुखीकरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में अपेक्स कमेटी, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कमेटी और जिला कलक्टर्स की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटियों का गठन किया जा चुका है। उन्होंने निर्देश दिए कि फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में जिला स्तरीय कमेटी की बैठक आयोजित करवाकर राज्य स्तर से जारी एसओपी के अनुसार जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का कैलेण्डर तैयार कर आयोजनों की अविलम्ब शुरूआत की जाए।
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि जिला स्तर पर आयोजित किए जाने वाली गतिविधियों में उस जिले से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अवसरों का ध्यान रखा जाए। प्रत्येक माह एक बड़ी गतिविधि के साथ ही अन्य सारगर्भित गतिविधियों का आयोजन पाक्षिक तौर पर किया जाए। उन्होंने इन गतिविधियों की प्रगति एवं आयोजन पर साप्ताहिक रिपोर्ट राज्य स्तर पर स्थापित किये जाने वाले कंट्रोल रूम में अपडेट करने के निर्देश दिए। राजपाल ने कहा कि आमजन में जागरूकता के लिए प्रभात फेरी, रथ यात्रा, प्रदर्शनी,वृक्षारोपण आदि के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सकता है। उन्होंने आयोजनों में महिलाओं, युवाओं एवं विद्यार्थियों की पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि ‘सहकार से समृद्धि’ सहकारिता विभाग का नियमित कार्यकरण है, इसे वर्षभर के आयोजन में अभियान की तरह क्रियान्वित किया जाए। राष्ट्रीय स्तर पर बीज, जैविक खेती और एक्सपोर्ट के सम्बन्ध में गठित की गई सहकारी समितियों की सदस्यता राज्य की सहकारी समितियों को दिलवाई जाए। उन्होंने कहा कि सभी पैक्स फंक्शनल हों, उनका सुचारू संचालन हो और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो, यह हमारी प्राथमिकता है। श्रीमती राजपाल ने निर्देश दिए कि अवसायनाधीन एवं निष्क्रिय समितियों के अवसायन की प्रक्रिया 30 जून, 2025 से पूर्व, भारत सरकार की एसओपी के अनुरूप समयबद्ध तरीके से सम्पन्न की जाए।
वहीं, राजस्व विभाग द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर फार्मर रजिस्ट्री बाबत आयोजित किये जाने वाले शिविरों के संबंध में प्रमुख सचिव ने कहा कि यह हमारे लिए एक अच्छा अवसर है, जिसका समुचित उपयोग किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इन शिविरों में जीएसएस गठन के सर्वे कार्य का सम्पादन, नये सदस्य बनाना, नैफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर कृषकों का पंजीयन, सहकारिता स्कीम्स की जानकारी देना, म्हारो खातो, म्हारो बैंक कार्यक्रम के तहत नये खाते खोलना, डेयरी के खाते खोलना और सीएससी सेवाओं की जानकारी देना आदि कार्य किए जाएं।
आमुखीकरण कार्यक्रम में अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक संजय पाठक, राज्य भूमि विकास बैंक के प्रबंध संचालक जितेन्द्र प्रसाद, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (मानव संसाधन विकास) भोमाराम और अतिरिक्त रजिस्ट्रार (द्वितीय) संदीप खण्डेलवाल ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। मुख्यालय के सभी फंक्शनल अधिकारी आमुखीकरण कार्यक्रम में उपस्थित रहे। जबकि, संभाग और जिला स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से इसमें शामिल हुए।
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