JAIPUR: माइनिंग सेक्टर में राजस्थान ने समूचे देश में पहराया परचम

JAIPUR: माइनिंग सेक्टर में राजस्थान ने समूचे देश में पहराया परचम

देश भर में मेजर मिनरल ब्लॉक के ऑक्शन में राजस्थान को पहला पुरस्कार

प्रमुख शासन सचिव माइंस, टी. रविकान्त ने प्राप्त किया पुरस्कार

कोणार्क में खान मंत्रियों की कॉन्फ्रेंस में केन्द्रीय खान मंत्री जी. किशन रेड्डी, ओडिसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने दिया पुरस्कार

जयपुर/सच पत्रिका न्यूज

राज्य के माइंस विभाग ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जो स्वयं खान मंत्री भी हैं, के नेतृत्व में समूचे देश में माइनिंग सेक्टर में राजस्थान का परचम पहरा दिया है। राजस्थान वर्ष 2023-24 में देश भर में एक्जेम्प्लेरी परफॉरमेंस इन मिनरल ब्लॉक ऑक्शन में प्रथम स्थान पर रहा है। सोमवार को ओडिशा के कोणार्क में केन्द्रीय खान मंत्री जी. किशन रेड्डी, ओडिसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और केन्द्रीय खान सचिव वी. कान्ताराव ने प्रमुख शासन सचिव माइंस, भूविज्ञान व पेट्रोलियम टी. रविकान्त को इस उपलब्धि पर पुरस्कार प्रदान किया।

टी. रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा  के मार्गदर्शन में प्रदेश में खनिज क्षेत्र में नई नीतियों से लेकर खोज खनन और राजस्व संग्रहण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां अर्जित की गई है। केन्द्र सरकार ने राजस्थान की उपलब्धि को अनुकरणीय बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2023-24 में देश भर में सर्वाधिक 31 मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी की गई।  नई सरकार गठन के तीन माह में ही मेजर मिनरल ब्लॉकों के ऑक्शन के योजनाबद्ध प्रयासों से राजस्थान ने यह उपलब्धि अर्जित की है। उन्होंने कहा कि  माइंस विभाग की पूरी टीम द्वारा टीम भावना से किए गए समग्र प्रयासों से यह संभव हो पाया है।

रविकान्त ने बताया कि 31 मेजर मिनरल ब्लॉकों में 22 माइनिंग लीज व 9 कंपोजिट लाइसेंस के लिए नीलामी की गई। इनमें लाईम स्टोन के 22, बेसमेटल के 5 और आयरन के 4 ब्लॉक हैं। उन्होंने बताया कि मिनरल ब्लॉकों की नीलामी के क्षेत्र में इस वित्तीय वर्ष में भी राजस्थान नया रिकॉर्ड रचने जा रहा है। माइंस निदेशक भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि राजस्थान में खनिज खोज, खनन प्लाटों का डिलेनियेशन, भारत सरकार के ई पोर्टल पर नीलामी, अवैध खनन पर प्रभावी रोक, रात्रिकालीन गश्त, व अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही आदि से विभाग को नई गति व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी है।

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