प्रमुख शासन सचिव ने गांधीनगर आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बच्चों को दवा पिलाकर किया अभियान का शुभारम्भ
जयपुर/सच पत्रिका न्यूज
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने रविवार को गांधीनगर स्थित शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का राज्य स्तरीय शुभारम्भ किया। श्रीमती राठौड़ ने कहा कि भारत में वर्ष 1995 में पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की गई।जनवरी 2011 के पश्चात् गत 13 वर्षों में कोई भी पोलियो का नया केस भारत में नही पाया गया। मार्च 2014 को भारत को पल्स पोलियो मुक्त होने का प्रमाण पत्र मिल चुका है, लेकिनपाकिस्तान में 55 व अफगानिस्तान में 23 पोलियो के केस पाये गये हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने देशभर में उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान आयोजित किया है। इस अभियान के तहत प्रदेश में 39 जिलों में जन्म से 5 वर्ष तक के करीब 87.50 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। अभियान के सफल आयोजन के लिए 46,887 पोलियो बूथ स्थापित किये गये हैं तथा 59,936 टीमे बनाई गई हैं। इनमें 5,396 ट्रांजिट टीम एवं 7,653 मोबाईल टीमें भी शामिल हैं। अभियान के प्रथम दिवस को बूथ पर जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाई जाएगी तथा छूटे हुए बच्चों को अगले 2 दिवस तथा जयपुर शहर में अगले 3 दिवस घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी।
इन जिलों में संचालित किया जा रहा है अभियान
यह अभियान अजमेर, अलवर, अनूपगढ़, ब्यावर, बांसवाड़ा, बालोतरा, भरतपुर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बून्दी, चूरू, दौसा, दूदू, डीडवाना-कुचामन, डीग, डूंगरपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जयपुर-ग्रामीण, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, खैरथल तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़, नागौर, नीम का थाना, फलौदी, सांचौर शाहपुरा, सीकर, सिरोही, सलूम्बर, टोंक एवं उदयपुर में आयोजित किया जा रहा है।
स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर दिए निर्देश
श्रीमती राठौड़ ने इस दौरान गांधीनगर शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध करवाई जा रही जांच एवं उपचार व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने गैर संक्रामक रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर की जा रही गतिविधियों के बारे में पूछा और इन गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है, इसके अनुसार स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी रोगियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाएं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक श्रीमती भारती दीक्षित, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत सिंह राणावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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