एसई कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन, शहर में रैली निकालकर एडीएम को सौंपा ज्ञापन
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विद्युत निगम के सभी उपक्रमों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला स्तर पर निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को अपनी ताकत दिखाई। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक दिन का कार्य बहिष्कार किया और रामसिंहपुरा स्थित एसई कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर शहर में रैली निकालने के बाद एडीएम ओमप्रकाश सहारण को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार और सहायक अभियंता गजानंद निमोरिया ने कहा कि राजस्थान सरकार कर्मचारियों की मांगें नहीं मानकर प्रदेश की जनता का अहित कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने जल्द ही मांगें नहीं मानी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जेईएन सचिन भाटी, राकेश झांझरा, एआरओ राम सुनील व कल्याण सहाय तथा मीडिया प्रभारी विवेक सैनी ने कहा कि सरकार विद्युत निगम को निजी हाथों में सौंपने जा रही है। इससे न केवल कर्मचारियों के हितों का हनन होगा, बल्कि प्रदेश की जनता को भी काफी नुकसान होगा। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि निजीकरण के नाम पर सरकार अलग-अलग तरह के मॉडल ला रही है। कभी एफटीआर मॉडल लागू किया जा रहा है तो कभी जीएसएस का निजीकरण किया जा रहा है। इस तरह के निजीकरण को रोककर जनता को अतिरिक्त आर्थिक बोझ से बचाया जाए। निजीकरण के कारण ठेकेदार की मनमर्जी के कारण घरेलू और कृषि कनेक्शनों में देरी हो रही है। इसका खमियाजा आम उपभोक्ताओं के साथ किसानों को भुगतना पड़ रहा है। इसलिए विद्युत निगम में ठेकेदारी प्रथा पूर्ण रूप से बंद की जाए। उन्होंने कहा कि ओपीएस लागू करने समेत 6 सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया गया तो अब प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। सभी कर्मचारी एसई को ज्ञापन सौंपने के बाद कोटपूतली पहुंचे और यहां हाईवे पर रैली निकालकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों की रैली के चलते वाहन चालकों को आवागमन में बाधा झेलनी पड़ी। इस दौरान कर्मचारी सिकंदर सिंह, देवीलाल, सवाई सिंह, धर्मेन्द्र शेखावत, तेजपाल, शुभम, शिवानंद, हरीश कुमार, संतोष कुमार, पवन कुमार, सुरेंद्र कुमार, मोहनलाल सैनी, अनिल कुमार, सुमित, सुनील, प्रहलाद मीणा, बुधराम, सुभाषचंद, अमर सिंह व सुशील समेत जिले भर के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।