एडीएम को ज्ञापन सौंपकर बताई समस्याएं
कोटपूतली-बहरोड़/सच पत्रिका न्यूज
कोटपूतली-बहरोड़ जिले में गुरुवार से आयोजित होने वाली रीट परीक्षा को लेकर निजी परीक्षा केंद्रों के संस्था प्रधानों और निदेशकों ने परीक्षा की व्यवस्थाओं के खिलाफ विरोध जताया है। इस संबंध में निदेशकों ने एडीएम ओमप्रकाश सहारण को ज्ञापन सौंपकर निजी परीक्षा केंद्रों के साथ किए जा रहे अन्याय पर अवगत कराया। उन्होंने कहा कि निजी केन्द्रों को परीक्षा केंद्र तो बनाया गया, लेकिन परीक्षा ड्यूटी में किसी भी निजी संस्था के कार्मिक को शामिल नहीं किया गया। आमतौर पर आरपीएससी व अन्य परीक्षाओं में केंद्राधीक्षक स्वयं के संस्था प्रधान होते हैं और कम से कम 30 प्रतिशत वीक्षक निजी संस्थानों से होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
मानदेय और व्यवस्थाओं को लेकर असंतोष
संस्था प्रधानों का कहना है कि निजी परीक्षा केंद्रों को परीक्षा की संपूर्ण व्यवस्था खुद करनी पड़ रही है, लेकिन उनके कार्मिकों को इस कार्य का कोई मानदेय नहीं दिया जा रहा है। यह परीक्षा दो दिनों में तीन पारियों में आयोजित की जाएगी, लेकिन भुगतान केवल एक पारी के हिसाब से 10 रुपए प्रति परीक्षार्थी दिया जा रहा है, जबकि अन्य परीक्षाओं में 15 रुपए प्रति परीक्षार्थी प्रति पारी भुगतान किया जाता है।
….तो बिगड़ सकता है माहौल
परीक्षा देने आने वाले अभ्यर्थियों के सामान रखने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्था फैलने की आशंका है। केंद्राधीक्षकों ने इस संबंध में बोर्ड से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिलने की बात कही है। उन्होंने एडीएम से मांग की है कि इन समस्याओं का समाधान निकाला जाए, अन्यथा आगामी परीक्षाओं के लिए निजी विद्यालय और महाविद्यालय परीक्षा केंद्र उपलब्ध नहीं कराएंगे। एडीएम ने सभी मांगों को न्यायोचित और व्यवहारिक बताते हुए रीट कार्यालय को भेजने का आश्वासन दिया। इस दौरान डा.शेरसिंह चौधरी, रामसिंह यादव, डा.वासुदेव गुप्ता, डा.नवीन यादव, डा.महेंद्र चौधरी, शेरसिंह यादव, सुरेंद्र यादव, रामनिवास यादव, बद्रीप्रसाद शर्मा, डा.बलवान यादव, अमर सिंह चौधरी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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